(1)

 खुशी से संतुष्टि मिलती है

और संतुष्टि से खुशी मिलती है

परन्तु फर्क बहुत बड़ा है

“खुशी” थोड़े समय के लिए

संतुष्टि देती है,

और “संतुष्टि” हमेशा के लिए

खुशी देती है


(2)

शब्द ही जीवन को

अर्थ दे जाते है,

और,

शब्द ही जीवन में

अनर्थ कर जाते है.


(3)

“आज इंसान उम्मीदों से बंधा एक जिद्दी परिंदा है, जो घायल भी उम्मीदों से है और जिंदा भी उम्मीदों पर है।”


(4)

“दोस्तों Life में किसी चीज़ का इंतज़ार मत करो क्योंकि जितना तुम सोचते हो जिंदगी उससे कई ज्यादा तेजी से निकल रही है।”


(5)

“दोस्तों जाया न करो अपने अल्फ़ाज़ो को हर किसी के लिए, बस खामोश रह कर देखो आपको समझता कौन है।”